बिलासपुर ,आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में एवं आत्म निर्भर भारत के तत्वाधान में स्पेशल हैण्डलूम एक्सपो का आयोजन विकास आयुक्त (हाथकरघा) वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार नईदिल्ली एवं संत रविदास मध्यप्रदेश हस्तशिल्प एवं हाथकरघा विकास निगम भोपाल द्वारा किया गया था, यहाँ उत्तरप्रदेश, बिहार, कर्नाटक, उड़ीसा, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, मध्यप्रदेश से बुनकरों प्रोत्साहित करने बुलाया गया था,लेकिन प्रत्येक बुनकरों से हजारों रुपये वसूली की गई , वही एक बुनकर ने बताया कि स्पेशल हैण्डलूम एक्सपो के अधिकारियों ने केवल टेंट के लिए प्रत्येक बुनकरों से 7 हजार रूपये ले लिये , वही अन्य ख़र्च के नाम प्रत्येक बुनकरों से लगभग तीन हजार और लिये है इस तरह यहां 50 से 60 स्टाल के बुनकरों से लगभग 10,10 हजार रूपये ले लिया गया, इसमें इन्होंने बताया कि इस कमीशन खोरी में विभाग के बड़े अधिकारी भी शामिल है लेकिन प्रमुख रूप से एम एल शर्मा नो लाखो वसूली की वसूली करके ऊपर के अधिकारी को भेंट चढ़ावा देता है, कुल मिलाकर पुर यह मेला भ्रस्टाचार का दुकान है, इसमे संस्था के द्वारा वही सुविधाओं के नाम पर न पीने का पानी तक नही दिया गया है इतना ही नहीं यहाँ स्टाल में सोना चाहें तो एक चादर तक नही दिया गया , वही मैदान होने की वजह से यहाँ मच्छरों के वजह से भारी परेशानी है इसके लिए मच्छरदानी भी उपलब्ध नही कराने की शिकायत की गई है यहाँ आये बुनकरों ने बताया कि इसके पूर्व इस तरह की अव्यवस्था कभी भी कही नही देखी गई,दूसरी ओर 50 स्टाल बताकर लगभग 60 स्टॉल लगा दिये ,वही बात करें छत्तीसगढ़ की तो 50 से अधिक बुनकरों में केवल एक मात्र स्टॉल छत्तीसगढ़ के लोगो को दिया गया है देखे तो केवल बिलासपुर में सैकड़ों की संख्या में महिला स्व सहायता समूह हैं पर एक भी समूह को स्टाल में जगह नहीं दिया गया ,एक ओर छत्तीसगढ़ के कलाकारों को सम्मान की बात कही जा रही हैं किंतु दुर्भाग्य की बात है यहाँ व्यंजन के स्टॉल एक्स्ट्रा लगा दिये हैं पर छत्तीसगढ़ के व्यंजन के लिये इनके पास स्थान नही ,देखने वाली बात यह है कि यहाँ 7 राज्यों के पुरस्कृत बुनकरों को छत्तीसगढ़ में बुला तो लिया गया है पर इनसे लाखो रुपये वसूली के बावजूद किसी तरह की सुविधा उपलब्ध नहीं कराना विभाग के लिये और विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों के लिये बड़ी ही निदनीय हैं।


