छत्तीसगढ़ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ पंजीयन क्रमांक 409 परियोजना शाखा तखतपुर के द्वारा पोषण ट्रेकर एप का माननीय उच्च न्यायालय से प्राप्त राहत से संबंधित निर्णय सचिव, संचनालय, जिला कार्यक्रम अधिकारी, परियोजना अधिकारी एवं सभी सुपरवाइजर को कई बार दिया जा चुका है
संदर्भ – माननीय उच्च न्यायालय बिलासपुर का पारित निर्णय क्रमाक WPS NO 2627-2021 दिनांक 19/05/2021 ,इस निर्णय में माननीय उच्च न्यायालय ने स्पष्ट रूप से कहा है कि सरकारी काम सरकारी खर्चे पर होंगे इसके लिए विभाग मोबाइल ,मोबाइल भत्ता और प्रशिक्षण देगी |कार्यकर्ता मानदेय भोगी हैं सम्मानित निधि पाती है इस पैसे पर उनसे मोबाइल पर काम नहीं लिया जा सकता| एकीकृत महिला एवं बाल विकास विभाग तखतपुर इतना निर्भीक है  कि हाईकोर्ट के आदेश की अवहेलना निरंतर की जा रही है, बेचारी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता इतना कम मानदेय पाती हैं पिछले कई महीनों से उन्हें पूरा पूरा मानदेय भी नहीं मिल पा रहा है इतने कम पैसे में कार्यकर्ता बहने कहां से डाटा व मोबाइल का खर्च वहन कर पाएगी यदि कोई कार्यकर्ता मना करती है तो उसे दूसरे के मोबाइल पर अपने खर्चे में प्रति हितग्राही एक रुपए दे करके उनको एंट्री करवानी पड़ रही है अभी पोषण ट्रैकर एप में आधार सीडिंग का काम चल रहा है हितग्राही से आधार कार्ड लेने के पीछे पंधी में ही अभी बहुत बड़ी दुर्घटना होते होते बची है जिसमें हमारी बहन की अस्मिता पर आॕच आ गई थी पर विभाग ने कुछ नहीं किया केवल एफ आई आर करके अपनी खानापूर्ति कर ली |यदि संगठन साथ नहीं देता तो वो भी अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रही थी संगठन के दखल अंदाजी के बाद पुलिस ने कार्यवाही की| यहां तखतपुर परियोजना में खपरी सेक्टर में श्रीमती विजयलक्ष्मी कश्यप और बेलपान सेक्टर में श्रीमती चमन माथुर जो प्रभार में तखतपुर में भी हैं दोनों मिलकर के कार्यकर्ता बहनों से जबरदस्ती एक हितग्राही के पीछे एक रुपए खर्च करवा करके दूसरे के मोबाइल में एंट्री करवा रही हैं जिन बहनों के पास मोबाइल नहीं है वह अपने जेब से पैसे खर्च कर रही हैं विभाग हमारा सब कुछ जानता है उसके बावजूद जबरदस्ती कार्यकर्ताओं से काम लेने के लिए किसी प्रकार का हस्तक्षेप उच्च अधिकारियों द्वारा नहीं की जा रही है बार-बार धमकी एवं दबाव के चलते कार्यकर्ता बहनें परेशान हो गई हैं और हमको नौकरी करना है हमारी मानदेय ना कटे | इस दबाव में आकर के प्रति हितग्राही एक रुपए खर्च कर आधार सीडिंग कार्यकर्ता कर रही हैं हाई कोर्ट का आदेश भी इन सुपरवाइजर मैडम के लिए कोई मायने नहीं रखता यदि कोई एक कार्यकर्ता विरोध करती है तो उसके आंगनबाड़ी में बार-बार जांच बिठा दी जा रही है आखिर में डर कर के कार्यकर्ता अपना सरल रास्ता अपनाकर के पोषण ट्रैकर एप पर काम करने के लिए मजबूर हो रही हैं यह जानकारी छत्तीसगढ़ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ के अध्यक्ष सुचिता शर्मा ने नवभारत प्रेस रिपोर्टर बंधु को दी |यदि विभाग वास्तव में कार्य लेना चाहती है तो आज तक मोबाइल और नेट चार्ज प्रदाय कर देती और काम भी सुचारू रूप से शुरू हो जाता। अतःजब तक मोबाईल और नेट चार्ज प्रदाय नहीं किया जाता है तब तक मोबाईल में कोई भी कार्य हेतु दबाव ना दिया जाये और इस हेतु निर्देशित करने का कष्ट करेंगे।
2* महिला एवं बाल विकास विभाग में अधिकाश कार्य मौखिक निर्देश से कराया जाता है। पोषण ट्रेकर एप्प का डाउनलोड कार्यकर्ताओं को नीजि मोबाइल लेकर आने और डाउनलोड करने हेतु दबाव दिया जा रहा है। इस संबंध में यह उल्लेख करना आवश्यक है कि शासकीय डाटा जब हम अपने मोबाइल आईडी में डाउनलोड करते है और किसी प्रकार से कोई गड़बड़ी हो गई क्योंकि हमारा मोबाईल हमारे बच्चे, परिवार केअन्य लोगो द्वारा भी उपयोग किया जाता है. ऐसी स्थिति में समय पर मोबाइल उपलब्ध हो पाना भी मुश्किल है ।और किसी प्रकार के सायबर गड़बड़ी से हमें सुरक्षा के दृष्टिकोण से विभाग की ओर से निजि मोबाईल में पोषण  ट्रैकर एप्प डाउनलोड करने हेतु लिखित में आदेश प्रदान कराने का कष्ट करेंगे।
3. दुरंचल वनांचल के कई गांवों में नेट उपलब्ध नही हो पाता कई कार्यकर्ताओं के पास एंड्राइड मोबाइल नही है, कई को अंग्रेजी नही आती ऐसे स्थिति में प्रतिदिन हितग्राहियों की जानकारी मोबाइल से भेजा जाना संभव नही हो पा रहा है ।
        महोदय आपसे पुनः विनम्र आग्रह है कि हमारी व्यवहारिक उक्त समस्याओं को ध्यान में रखते हुये विभाग की ओर से जब तक मोबाईल ,नेटचार्ज / नेट की सुविधा उपलब्ध नही कराई जाती है तब तक मोबाईल पर कार्य ना लिया जाये और निचे स्तर से जो दबाव दिया जा रहा उस पर रोक लगाई जाये।
महोदय हम शासन के सभी कार्य कर रहे है, हम यह भी कार्य करेंगे लेकिन इस कार्य के लिए जो भी संसाधन, सुविधा की आवश्यकता है उसे शासन की ओर से जितना जल्दी उपलब्ध करा दी जाती उतना जल्दी कार्य प्रारम्भ करने को तैयार है। इस संबंध में हमारी सहयोग प्रदान करने का कष्ट करेंगे|

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