बिलासपुर। समाज कल्याण विभाग द्वारा शासकीय ई. राघवेन्द्र राव विज्ञान महाविद्यालय (साईंस कॉलेज) के खेल परिसर में वरिष्ठ नागरिकों को सहायक उपकरण देने मूल्यांकन शिविर का आयोजन किया गया।

इस मूल्यांकन शिविर में बिलासपुर संभाग के लगभग 10 हजार से ज्यादा वरिष्ठ नागरिकनागरिकों को छड़ी, चश्मा, कृत्रिम दांत, व्हील चेयर आदि प्रदान करने के लिए मूल्यांकन को किया गया। शिविर में दांतों की जांच, आँखों का परीक्षण, नाक कान गला की जॉच, अस्थी बाधितों वरिष्ठजनों का परीक्षण, आयुर्वेदिक चिकित्सा एवं मेडिकल ऑफिसर की उपस्थिति में परीक्षण कर उनको मिलने वाले उपकरणों हेतु चिन्हांकित किया गया। शिविर में बिलासपुर संभाग अंतर्गत बिलासपुर, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही, मंुगेली, कोरबा, जांजगीर-चांपा, रायगढ़, सारंगढ़ एवं सक्ती जिले से बड़ी संख्या में वरिष्ठ नागरिक शामिल हुये।शिविर में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला चिकित्सालय बिलासपुर, शासकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय, इण्डियन डेंटल एसोसिएसन बिलासपुर ब्रांच के साथ समाज कल्याण विभाग की पूरी टीम वरिष्ठजनों हेतु सक्रिय थी। कार्यक्रम में वरिष्ठजनों में चंद्र प्रकाश देवरस, शहिद खान, विश्वनाथ राव, डॉ. दीव्या साव एवं सीता रामबाबू सोनथलिया मंचस्थ अतिथियों का स्वागत समाज कल्याण की संयुक्त संचालक श्रीमती एस. मैथ्यू द्वारा किया गया। इस अवसर पर उन्होंने आयोजन की परिकल्पना पर प्रकाश डालते हुए कहा कि विभाग हमेशा से हमारे बुजुर्गों के लिए तत्पर रहेगा और यह हम सभी अधिकारी एवं कर्मचारी की जिम्मेदारी है। चन्द्र प्रकाश देवरस ने प्रदेश स्तर पर शासन द्वारा चलाई जा रही योजनाओं पर जानकारी दी। डॉ. दीव्या साव ने दंत चिकित्सा क्षेत्र में अपने सुझाव साझा करते हुए इस पुनित कार्य के लिए विभाग को धन्यवाद दिया। कार्यक्रम का संचालन प्रशांत मोकासे ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में एपी गौतम, तिलकेश भावे, आलोक भवाल, विनय तिवारी, जितेन्द्र श्रीवास्तव, बीना दीक्षित, सरस्वती रामेश्री, राजेन्द्र अवस्थी, वीके सिंह, सरस्वती जायसवाल, संजय खुराना, प्रदीप शर्मा, सौरभ दीवान, दीक्षांत पटेल, गौरव साहू, आकांक्षा साहू, अजय ध्रुवे, सनत राजपूत, शा. दृष्टि एवं श्रवण बाधितार्थ विद्यालय, बेलप्रेस, आश्रयदत्त कर्मशाला, जिला पुनर्वास केंद्र, जस्टिस तन्खा मेमोरियल, डेफ एसोसिएशन, जन परिषद बिलासपुर, आनंद निकेतन के अधिकारी, शिक्षक, प्रशिक्षक आदि का सहयोग रहा।
