बिलासपुर /जीपीएम शहर के भोले-भाले ग्रामीणों को ऊचे ख्वाब दिखाकर डॉक्टर बनाने का गोरख धंधा जोरो पर चल रहा है ये लोग इन्हें अपने झांसे में लेकर तीन माह में डाक्टर बनाने का प्रशिक्षण दे रहे है ।इन्होंने इसके लिए सभी युवक-युवतियों से 30 से 35 हजार रुपए की रकम ली है।

पूरा मामला गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले का है जहां ग्रामीण इलाकों में असिस्टेंट पेंशेंट केयर के नाम से युवक व युवतियों से 30 से 35 हजार रुपए लेकर उन्हें डाक्टर बनाने का सब्जबाग दिखाया गया है। यह सभी युवक व युवतियां 10 वीं से 12 वीं पास है । वर्तमान में यही युवक व युवतियों जीपीएम जिले के ग्रामीण इलाकों में क्लिनिक खोलकर वहां के लोगों का इलाज भी कर रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग को खबर लगते ही मामले की जांच शुरू कर दी है।
एमबीबीएस डाक्टरों की दे रहे दवाइयां
युवक व युवतियों को सिर्फ 3 महीने की ट्रेनिंग दी गई है जिसके बाद इन युवक व युवतियों ने क्लिनिक खोल लिया है । ग्रामीण इलाकों में खोले गए क्लिनिक का स्वास्थ्य और प्रशासनिक अधिकारियों को कोई जानकारी तक नहीं है. हालांकि अब पूरे मामले की जांच की जा रही है. ई-क्लिनिक खोलकर युवक युवतियां एमबीबीएस और बीएएमएस डॉक्टरों द्वारा प्रिसक्राइब की जाने वाली दवाइयां दे रहे हैं.
कहां है शहर में नरेश हेल्थ केयर सेंटर
इन बेरोजगार भोले-भाले युवक व युवतियों को प्रशिक्षण बिलासपुर शहर के नरेश हेल्थ केयर सेंटर से दिया गया है। ट्रेनिंग में मलेरिया, टाइफाइड, सर दर्द, बदन दर्द, बुखार, स्त्री रोग जैसी बीमारियों के बारे में प्रशिक्षण दिया जाना बताया गया है, ताकि पेशेंट केयर असिस्टेंट ग्रामीण इलाकों के लोगों का इलाज कर सके. इसके लिए उन्हें इंजेक्शन और दवाइयां भी दी गई हैं।इस तरह से यह गोरख धंधा स्वास्थ्य विभाग के नाक के नीचे कई महीनों से चल रहा है वही ये 10और 12 पास डॉक्टर भोले भाले लोगों के जन के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं जिसकी अब विभाग को भनक लगी हैं ।
देखा जा रहा है कुछ इसी तरह जीपीएम जिले के लगभग हर एक गाँव में इसके पूर्व से भी फर्जी झोलाछाप डॉक्टरों की दुकानदारी फलफूल रही हैं हैरान करने वाली बात यह है कि कई ऐसे झोलाछाप डॉक्टर लोगों का इलाज कर रहे हैं जो आठवीं कक्षा भी नही पढे है और धडल्ले से लोगों का इलाज कर रहे हैं ।
इधर गाँव के पंचायत प्रतिनिधि सरपंच आदि को इसकी जानकारी होने के बावजूद इनके खिलाफ स्वास्थ्य विभाग आदि में शिकायत नहीं कर रहे हैं जिससे इनके हौसले बढ़े हुए हैं।
