चुनावी दावाः क्षेत्र विकास या राजनीतिक लाभ का खेल ?
कैसे – कैसे दावेदार और इनकी दावेदारी ..? वार्ड वासियों के हित में नही और कर रहे जीत का दावा बड़ा सवाल ! किसका होगा विकास..??? क्या ऐसे प्रत्याशी पर पार्टी लगायेगा दांव ??

बिलासपुर–नगरी निकाय और पंचायत चुनाव को लेकर चुनाव आयोग ने तारीख को का ऐलान कर दिया है जिसके साथ ही प्रदेश भर में आचार संहिता का दौर भी शुरू हो चुका है बीते दिन प्रेस वार्ता के बाद तय हो गया की नगरी निकाय चुनाव के लिए 11 फरवरी को वोट डाले जाएंगे। चुनाव का नतीजा 15 फरवरी को आएगा इसके साथ ही दावेदारों के दावेदारी भी तेज हो चुकी है।

अलग-अलग क्षेत्र से बड़ी संख्या में लोग दावेदारी कर रहे हैं जिसमें से कुछ लोग लंबे समय से राजनीति से जुड़े हैं तो कुछ लोग व्यावसायिक है तो कुछ स्वार्थी सहित मोहल्ले में ही बदनाम है, कई वार्ड में तो ऐसे दावेदार है जो प्रशासन के कार्रवाई की मार भी झेल चुके हैं,और इनका काम भी कुछ इस तरह का है कि वार्ड के लोग आखिर भरोसा करें तो इन पर कैसे करें। दरअसल वार्ड क्रमांक 32 शहीद विनोद चौबे नगर से ऐसे व्यक्ति ने बीजेपी के पक्ष में चुनाव लड़ने की मंशा रखकर दावेदारी की है, जो मोहल्ले में ही लंबे समय से विवादित बने हुए हैं इन्होंने न केवल अपने च्वाईस सेंटर के माध्यम से वार्ड के ही नागरिकों से लूट खसोट लेते रहे है वही वार्ड के निस्तारी आम रॉड को अवैध कब्जा का आरोप वार्ड के ही लोगों ने लगाया है इतना ही नही पूर्व में इसके खिलाफ न्यायालय सिटी मजिस्ट्रेट, बिलासपुर छत्तीसगढ में भी कार्यवाही किये हुए हैं ,एवं सड़क अवरोध समेत गंदगी फैलाने समेत अवैध कब्जा को लेकर साथ नगर निगम द्वारा स्थाई अदालत में वार्ड हित में मामला निराकृत होने के बावजूद नही मानने पर इसकी शिकायत जिला कलेक्टर महोदय को भी किया गया ,बताया जा रहा है कि इन शिकायतों को लेकर पूर्व में माननीय विधायक ने भी मामले का संज्ञान लिए हुए थे इन सब को लेकर वार्ड में इस व्यक्ति के खिलाफ बड़ा आक्रोश व्याप्त है लोगों का कहना है जो वार्ड के नागरिकों के हित में अब तक नहीं सोंचे और केवल निज हित को लेकर मनमानी करते रहे उस उम्मीदवार के प्रति क्या उम्मीद और विश्वास किया जायेगा ,हालांकि इन्हें विश्वास है कि चुनाव में मोटी रकम खर्च करके मोहल्ले के नागरिकों को अपने हित मे कर लेंगे ।वही अब अपनी उम्मीदवारी वार्ड से करते हुए जनता की सेवा का दंभ भर रहे हैं। ऐसे में अब देखना होगा कि क्या पार्टी ऐसे प्रत्याशियों पर दांव लगायेगा जो जिसका वार्ड में पुरजोर विरोध है ।
