संत शिरोमणि गुरु रविदास जी की जयंती  बड़े हर्ष उल्लास से मनाया गया…शोभायात्रा में जीवंत झांकी रही आकर्षक का केन्द्र

बिलासपुर/ विश्व गुरु संत शिरोमणि गुरु रविदास जी की जयंती माँघ पूर्णिमा के पावन पर्व पर पूरे विश्व मे मनाया गया। जिसमे बिलासपुर मे भी प्रतिवर्षानुसार इस बार भी गुरु रविदास जी की जयंती बड़े हर्ष उल्लास से मनाया गया। दिन की शुरुआत सुबह गुरु आरती के साथ आरंभ किया गया ,दयालबंद स्थित गुरूद्वारे से रागी जत्था के द्वारा संत रविदास जी की गुरुवाणी  का पाठ किया गया।शहर में इस बार गुरुवाणी करबला रविदास् मंदिर एवं तारबहार अहिरवार समाज मे भी गुरुवाणी की पाठ की गई।
शहर में  निकाल गया शोभायात्रा
दोपहर 3 बजे  अहिरवार समाज के द्वारा भव्य शोभायात्रा निकाला गया ,जिसमे क़र्बला,तालापारा,चिंगराज,टिकरापारा,तारबहार,देवरिखुर्द,परसदा के सामाजिक बंधुओं के द्वारा भव्य शोभायात्रा निकाला गया।
शोभायात्रा गांधी चौक से  प्रारंभ होकर हटरी चौक,गोलबाजार,सदर बाजार,सिम्स चौक,पुलिस ग्राउंड,सत्यम चौक,मगरपारा बौद्ध मंदिर,अग्रसेन चौक,पुराना बस स्टैंड होते हुए संत रविदास नगर क़र्बला मे समापन हुआ। शोभायात्रा मे झांकी आकर्षण का केंद्र बना रहा , शोभायात्रा में बड़ी संख्या में समाज के महिलाये ,पुरुष नवयुवक, एवं  नवयुतियां एवं बच्चे शामिल हुए।
महाआरती
शोभायात्रा के पश्चात  शाम 6 बजे गुरु की महाआरती की गयी। महाआरती के पश्चात अटूट लंगर चलता रहा।
शामिल हुए अतिथि
जयंती के पावन पर्व पर बिलासपुर शहर के विधायक अमर अग्रवाल शामिल हुए, साथ ही पूर्व विधायक माननीय शैलेष पाण्डेय  की उपस्थिति रही ,वही  गुरु रविदास जी की जयंती पर बड़ी संख्या में नगर के गणमान्य नागरिक शामिल हुए।
जयंती को सफल बनाने मे जिला समिति अहिरवार समाज बिलासपुर के जिलाध्यक्ष राजेश बाँधेकर,शंकर अहिरवार,संतोष हठीले, इंजीनियर कृष्ण कुमार रायकर,नन्द् कर्निक्,जगजीवन्,दुकालू,दुर्गेश,कमल, गोविंद,जवाहर,शुभाष चौधरी,पंचू ,सूरज,आशित पाल जुनेजा जी,रंजीत सिंह जी,गंभीर जी,गोपाल अहिरवार,अश्वनी,संतोष,बलवंत लांझेकर,चिंताराम,गणेश पनागर,राजा लांझेकर,राकेश, रमेश,सम्पत,राकेश व समस्त पुरुष समिति के अलावा महिला समिति से जिलाध्यक्ष श्रीमती दुर्गा अहिरवार,उर्वशी पालेकर,सरस्वती,सीमा बनाफ़र, ममता लांझेकर,अनिता भांडेकर,कौशिल्या,कंचन,रजनी,माथुरा,संतोषी,सरिता,रानी,कलेश,कृष्णा, गणेशी,सीमा,गुलाब देवी,ललिता,कामनी,इंदु,रामबाई ,किरण,पूर्णिमा,गीता,हरबाई,द्वारका,उर्मिला,चमेली,मुन्नी,बुंदू, रानी बाँधेकर, गुरुद्वारा सेविका पूजा बाँधेकर,  संध्या चौधरी व समस्त महिला समिति बिलासपुर, छत्तीसगढ़ की भागीदारी प्रमुख रही।

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