पार्टी से बगावत करने वाले समीरा पैकरा एवं राजा उपेन्द्र बहादुर सिंह पर होगी बड़ी कार्रवाई ?, …कारीआम में सदस्यों को रोकने की घटना हास्यपद एवं मनगढंत -जिलाध्यक्ष

गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही छत्तीसगढ़ के चुनावी समर में पार्टी से बगावत करने वाले नेताओं पर कार्रवाई शुरू हो गई है। कांग्रेस ने कई बड़े नेताओं को पार्टी से निकाला है वहीं भाजपा ने भी कई बागी नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। इन नेताओं को छह-छह साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है।


नवगठित जीपीएम जिला पंचायत की पहली अध्यक्ष समीरा पैकरा और तीन महिला जिला पंचायत सदस्य अपहरण की साजिश से अब पूरा पर्दा साफ ,स्प्ष्ट हो गया है पूरा मामला राजनीतिक लाभ लेने का मामला संगठन ने सपष्ट कर दिया है वही भारतीय जनतापार्टी-गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिलाध्यक्ष”लालजी यादव ने एक प्रेस विज्ञप्ति दिनांक  10.मार्च.2025 को जारी करते हुए बताया है कि
संगठन पर लगाये गए आरोप बेबुनियाद है,पूरा मामला निष्काषन से बचने पार्टी से बगावत करने वाले जिला पंचायत अध्यक्ष/उपाध्यक्ष द्वारा संगठन पर लगाये जा रहे है जो बेबुनियाद आरोप और पूरी तरह मनगढ़ंत है ,ज्ञात हो कि गौरेला-पेण्ड्रा मरवाही जिला गौरेला पेण्ड्रा मरवाही में जिला पंचायत के अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष चुनाव को लेकर प्रेस मीडिया एवं शोसल मीडिया में भ्रामक खबरे प्रकाशित कराई गई और भाजपा के विरूद्व चुनाव लडने वाले समीरा पैकरा एवं राजा उपेन्द्र बहादुर सिंह के द्वारा पार्टी संगठन एवं स्थानीय भाजपा नेताओं के विरूद्ध अपने बयान जारी कर अनर्गल आरोप लगाये गये, इसमें जिला पंचायत अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी के द्वारा विहिप जारी कर राजेश नंदिनी एवं श्याममणी राठौर को अपना प्रत्याशी बनाया था किन्तु विहिप के विरूद्ध जाकर चुनाव लड़ने वाली समीरा पैकरा एवं राजा उपेन्द्र बहादुर ने प्रेस मीडिया में खबरें एवं बयान प्रकाशित कराये गये,इसमें जिलाध्यक्ष”लालजी यादव ने पत्र के माध्यम से स्पस्ट किया है कि मामले का
महत्वपूर्ण पहलू यह रहा कि, चुनाव के दिन भाजपा पंचायत चुनाव के पर्यवेक्षक एस.डी. बड़गईया पूरे समय मौके पर मौजूद थे और जो घटना का विवरण भाजपा कार्यालय को लेकर बताया गया वह उनकी मौजूदगी में होना सीधा-सीधा पार्टी संगठन पर आरोप है। जिसकी शिकायत् शीर्ष नेताओं के पास की जायेगी। उक्त आरोप से पार्टी की छवि धूमिल करने की कोशिश की गई ,वही ज्ञात हो कि, कारीआम में सदस्यों को रोकने की घटना हास्यपद एवं मनगढंत है साथ ही युवा मोर्चा अध्यक्ष अंकुर गुप्ता एवं उपाध्यक्ष सौरम अग्रवाल के द्वारा मारपीट का आरोप भी मनगढंत है। भाजपा के पर्यवेक्षक सहित समस्त जिला पदाधिकारी चुनाव के पूर्व की रात्रि को भाजपा जिला कार्यालय में ही रूके थे। और उनकी मौजूदगी में यह घटना पार्टी के ऊपर आरोप है जिसकी हम निन्दा करते हैं। समीरा पैकरा एवं राजा उपेन्द्र बहादुर सिंह द्वारा विहिप के विरूद्ध चुनाव लड़ने से होने वाले निष्कासन से बचने के लिए पार्टी संगठन के ऊपर बयान जारी कर बेबुनियाद आरोप लगाये जा रहे है।
देखा जा रहा है कि 2025 छत्तीसगढ़ चुनाव में पार्टी से बगावत करने वाले बड़े नेताओं को भी संगठन ने बाहर का रास्ता दिखा कर 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया वही अब देखना होगा कि इस मामले को लेकर भाजपा पार्टी संगठन क्या करता है।

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