तेज धूप और लू के थपेड़ों से बचना है तो इन बातों का रखें खास ख्याल…. लू न लगे इसके लिए बरतें ये 10 सावधानियां …क्या करे जब हो जाए लू के शिकार ?

आसमान से बरसती आग को झेल पाना आसान नहीं है। भीषण गर्मी से लोग अक्सर परेशान हो जाते हैं। लू और धूप के कारण हीट स्ट्रोक का शिकार होने लगते हैं। चक्कर आना, उल्टी आना और शरीर में पानी की कमी होना आम बात है।
इस मौसम में पेट खराब होने की समस्या सबसे ज्यादा सामने आती है। इसलिए खाने का खास ख्याल रखें। ताजा और घर का बना भोजन खाएं। जिसमें फल और सब्जियों की मात्रा ज्यादा से ज्याद रखें और रोटियां कम खाए
गर्मियों में दही, छाछ और लस्सी को डाइट में जरूर शामिल करें। इससे पेट ठंडा रहेगा और पाचन दुरुस्त होगा। दही खाने से गुड बैक्टीरिया बनते हैं जो पेट को फिट रखते हैं। हालांकि ज्यादा ठंडी या फिज की चीजों से परहेज करें।
दिनभर में 3 लीटर पानी पीएं। जिससे शरीर को हाइड्रेट रखने में मदद मिल सके। पानी के अलावा शरबत, नींबू पानी, ताजा फलों का जूस, पानी वाले फल खाते रहें। लिक्विड लेते रहें जिससे शरीर में पानी की कमी न हो पाए।
गर्मियों में घर से बाहर निकलें तो सिर को सूती कपड़े से कवर कर लें। आंखों पर चश्मा और शरीर को ज्यादा से ज्यादा कपड़े से ढ़ककर रखें। घर से बाहर जाने पर छाता लेकर जाएं। खाली पेट घर से न निकलें। बीच-बीच में पानी पीते रहें।लू न लगे इसके लिए बरतें ये 10 सावधानियां –
1 खुले शरीर धूप में न निकलें, खासकर खुले सिर व नंगे पैर धूप में बाहर कतई न जाएं।
2 अगर धूप में बाहर निकलना ही पड़े तो सिर अवश्य ढंके। आंखों पर सनग्लासेस लगाएं और हो सके तो सफेद या हल्के रंग के कॉटन के कपड़े ही पहनें।
2 अचानक ठंडी जगह से एकदम गर्म जगह ना जाएं। खासकर एसी में बैठे रहने के बाद तुरंत धूप में ना निकलें। कच्चा प्याज रोज खाएं। धूप में निकलने पर अपने पॉकेट में छोटा सा प्याज रखें, यह लू शरीर को लगने नहीं देता और सारी गर्मी खुद सोख लेता है।
3 कूलर व ए सी के सामने से हटकर एकदम से बाहर न जाए।
4 गर्मी के मौसम में चाय-कॉफी आदि गर्म पेय का सेवन अत्यंत कम कर देना चाहिए साथ ही मसालेदार चीजें भी कम खाएं।
5 गर्मियों में प्यास बुझाने के लिए नींबू के रस में मिट्टी के घड़े अथवा सुराही के पानी का सेवन करवाना चाहिए।
6 अत्यधिक बर्फ का पानी पीने से लाभ के बजाए हानि हो सकती है।
7 गर्मी के दिनों में हल्का व शीघ्र पचने वाला भोजन करना चाहिए। बाहर जाते समय खाली पेट नहीं जाना चाहिए।
8 गर्मी के दिनों में बार-बार पानी पीते रहना चाहिए ताकि शरीर में जलीयांश की कमी नहीं होने पाए। पानी में नींबू व नमक मिलाकर दिन में दो-तीन बार पीते रहने से लू नहीं लगती।
9 गर्मी के दौरान नरम, मुलायम, सूती कपड़े पहनना चाहिए जिससे हवा और कपड़े शरीर के पसीने को सोखते रहते हैं।
10 गर्मी में ठंडाई का सेवन नियमित करना चाहिए। मौसमी फलों का सेवन भी लाभदायक रहता है जैसे, खरबूजा, तरबूज, अंगूर इत्यादि।
क्या करे जब हो जाए लू के शिकार ?
1 लू लगने पर मौसमी फल, फल का रस, दही, मठ्ठा, जीरा छाछ, जलजीरा, लस्सी, आम का पना पिएं या आम की चटनी खाएं।
2 लू लगने पर तत्काल योग्य डॉक्टर को दिखाना चाहिए। डॉक्टर को दिखाने के पूर्व कुछ प्राथमिक उपचार करने पर भी लू के रोगी को राहत महसूस होने लगती है।
4 बुखार तेज होने पर रोगी को ठंडी खुली हवा में आराम करवाना चाहिए। 104 डिग्री से अधिक बुखार होने पर बर्फ की पट्टी सिर पर रखना चाहिए।
5 रोगी को तुरंत प्याज का रस शहद में मिलाकर देना चाहिए। रोगी के शरीर को दिन में चार-पांच बार गीले तौलिए से पोंछना चाहिए।
6 कैरी का पना विशेष लाभदायक होता है। कच्चे आम को गरम राख पर मंद आंच वाले अंगारे में भुनें। ठंडा होने पर उसका गूदा (पल्प) निकालकर उसमें पानी मिलाकर मसलना चाहिए। इसमें जीरा, धनिया, शकर, नमक, कालीमिर्च डालकर पना बनाना चाहिए। पने को लू के रोगी को थोड़ी-थोड़ी देर में दिया जाना चाहिए।
7 जौ का आटा व पिसा हुआ प्याज मिलाकर शरीर पर लेप करें तो लू से तुरंत राहत मिलती है। जब रोगी को बाहर ले जाएं, तो उसके कानों में गुलाब जल मिलाकर रूई के फाहे लगाएं। रोगी की नाभि पर खड़ा नमक रखकर उस पर धार बांध कर पानी गिराए। सारी गर्मी झड़ जाएगी।
8 मरीज के तलवे पर कच्ची लौकी घिसें, इससे सारी गर्मी लौकी खींच लेगी और तुरंत राहत मिलेगी। लौकी कुम्हला जाए तो समझें कि लू की गर्मी उतर रही है। यह क्रिया बार-बार दोहराएं।
9 इमली के बीज को पीसकर उसे पानी में घोलकर कपड़े से छान लें। इस पानी में शकर मिलाकर पीने से लू का शमन होता है।
10 मेथी की सूखी पत्तियों को ठंडे पानी में कुछ समय भिगोकर रखें, बाद में उसे हाथ से मसलकर छान लें, इस पानी में थोड़ा सा शहद मिलाकर दो-दो घंटे पर रोगी को पिलाएँ, इससे लू से तुरंत छुटकारा मिलता है।
