अपोलो में अब ईलाज के नाम से दहशत …लगातार हो रहे घटनाओं और मौत से लोगों मे विश्वास खत्म

अपोलो अस्पताल में एक के बाद एक हो रहे घटनाओं के बाद लोगों का यहाँ से इलाज के नाम से दहशत होने लगा है ,लाखों रुपये का खर्च और फर्जी डॉक्टरों के इलाज से मौतों को लेकर जो हंगामा हुआ है वह पूरे देश में लोगों ने जान और समझ लिया है

लोग अपनों को इलाज के लिए जिस तरह से अपोलो अस्पताल में अच्छे और उन्नत तकनीक के विश्वास के साथ लाते रहे और लाखों रुपये लूट कर अपोलो अस्पताल ने उन्हें केवल मौत दिया,लोगों के जो विश्वास का लाखों रुपये लूट कर भी जो गला घोंटा गया वह जगज़ाहिर हो गया है।

सबसे महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि कैसे एक फर्जी डॉक्टर की नियुक्ति और फिर इलाज के नाम पर लूटखसोट फिर मौतों का सिलसिला यह घटना अपोलो अस्पताल में अपनों को लाने वाले मरीजों के साथ ही पूरे चिकित्सा जगत को बदनाम कर दिया गया ,ऐसे कैसे हो सकता है

कि कोई भी व्यक्ति फ़र्जी डिग्री लेकर अपोलो अस्पताल जैसे देश के टॉप अस्पताल में प्रबंधन को धोखा दे सकता है और कैसे प्रबंधन ने बिना कोई जाँच के नियुक्ति दे दिया जाता हैं ,अगर यह चूक है तो सोंचने वाली बात है कि देश मे कई अपोलो अस्पताल है और इन अस्पतालों में हजारों की संख्या में इलाज करने वाले डॉक्टर अब कौन तय करेगा कि क्या और भी कितने नरेन्द्र जान केम अपोलो अस्पताल में यमराज बन कर लोगों को मौत देने में लगे हो, अपोलो अस्पताल का स्लोगन है

TOUCHING LIVES याने जीवन को छूना ,देखा जाये तो वास्तव मे नरेन्द्र जान केम जैसे डॉक्टर अपोलो अस्पताल में इलाज के नाम पर स्वस्थ इंसान के जीवन को खेल बना रखे हैं किसी ने क्या खूब कहा है कि जीवन एक बुलबुले की तरह होता हैं और बुलबुले को छूने से क्या होता हैं यह सबको पता है ।

देखा जा रहा है कि अपोलो अस्पताल जब से बिलासपुर में स्थापित हुआ है तब से ईलाज कम हंगामा और लोगों के भावना और विश्वास को केवल धोखा मिला है अमानवीय घटनाओं में कभी रूपयों के लिए मृत शरीर को रख लेना तो कभी मृत्यु के बाद भी रुपयों के लालच में जिंदा बताकर लाखों रुपये लूट लेना इस तरह का आरोप हमेशा अपोलो अस्पताल में लगता रहा है ,शहर के नामी गिरामी और राजनीतिक नेताओं को भी फर्जी डॉक्टरों से ईलाज कराकर मौत की नींद सुला दिया गया ,कैसे केवल रुपयों के लिए जीवन को समाप्त कर दिया जाता हैं।रुपयों का लालच इस कदर है कि यहाँ गरीबों को दूर दूर तक भटकने भी नही दिया जाता हैं गरीबों के इलाज वह भी मुफ्त नही शासन के महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान कार्ड से नही करने पर क्षेत्रीय विधायक शुशांत शुक्ला के पहल के बावजूद नही किया जा रहा है ।
