झूठी शिकायत करके पुलिस प्रशासन को किया जा रहा गुमराह … भाजपा पार्षद और अभिषेक स्वंय मेरे लाखों रुपये खाकर देने के डर से बना लिये कहानी ….अयोध्या यादव

बिलासपुर / एक पुरानी कहानी है जो आज चरितार्थ हो रहा है ,,अमानत पे खयानत ,,अमित तिवारी और अभिषेक मेरे ऊपर जो शिकायत करके पुलिस प्रशासन को गुमराह कर रहे है ,जिस दुकान के सामान को चोरी करना बताया जा रहा है वह उनका है ही नही जबकि इनकी दुकान ग्लोबल ट्रेडिंग 2018 से बंद है ,जिसकी पूरी जानकारी मकान मालिक को भी है ,इन्होंने लगभग दो साल बंद दुकान का किराया देते रहे ,मैंने जब दुकान के मालिक श्री विष्णु दास खंडेलवाल से संपर्क किया तब उन्होंने बताया कि दुकान अभी अभिषेक तिवारी के ही सुपुर्द है पर दुकान बंद होना बताया गया

,चूंकि अभिषेक तिवारी से पुराना जानपहचान होने के कारण जब मैंने दुकान के संदर्भ में चर्चा किया तब अभिषेक तिवारी ने बताया कि दो साल से बंद दुकान का केवल किराया दे रहा हूँ ,ऐसे में तुम दुकान ले लो वही नये अग्रीमेंट करने से एडवांस और किराया बढ़ जायेगा इसलिये तुम मेरे अनुबंध पर ही किराया चलाते रहो वही जो इसका किराया है मुझे देते रहना ,इसके बाद मैंने नवंबर 2020 में दुकान चलाना प्रारंभ किया ,मैंने अभिषेक तिवारी के ग्लोबल ट्रेडिंग के बोर्ड को हटाकर अपने ग्लोबल एल्मुनियम का नया बोर्ड लगा दिया जिस पर मेरा फोन नं आदि है वही दुकान संचालक के पूर्व अपने परिवार के साथ दुकान की सफाई और सजाधजा कर पूजा पाठ किया और बकायदा प्रसाद पूरे काम्प्लेक्स में बांटा , मैंने 2020 से प्रतिमाह नगदी किराया अभिषेक को ही देता रहा ,
मैंने अभिषेक तिवारी के कई साइडों पर कार्य किया ,उसके अलावा उनके लिये आर्डर पर अपने स्वयं के दुकान का सामान लगाकर कार्य किया ,इस तरह से मुझे अभिषेक तिवारी से लगभग 6 लाख रुपये हिसाब के लेने थे ,मैंने कई बार हिसाब के लिये अभिषेक तिवारी को फोन समेत मेसेज किया ,पर उनके द्वारा मुझे मेरा रुपये नही दिया गया ,मैंने पिछले साल भी अभिषेक के बताये साइड में अपने दुकान का सामान लेकर काम किया ,वही उन कार्यों के भी रकम वसूल कर रख लिये , जिसकी पुष्टि किया जा सकता है ,वहीं मैंने किराया का रकम कुछ महीनो से ऑनलाइन दिया है जिसका डिटेल्स मेरे पास सुरक्षित है ,
अयोध्या यादव ने बताया कि मुझे बेवजह थाने में बुलाकर और मेरे कार्यस्थल से बलात उठाकर सिविल लाइन पुलिस के द्वारा परेशान किया जा रहा है दिन में कई बार फोन के माध्यम से बुलाया जाता हैं अयोध्या ने बताया कि जब एफआईआर ही नही हुईं हैं तो क्यों बार बार बुलाया जा रहा है , पुलिस अभिषेक तिवारी से विगत 5 सालों के ख़रीदी बिल मांगे ,साथ ही मैं भी अपनी खरीदी बिल पेश करने तैयार हूँ ,अभिषेक तिवारी बताये वह किससे सामान करता था और मैं बताता हूं कहा खरीदी करता हूँ ,मेरे ऊपर चोरी का आरोप लगाया जा रहा है वह बिल पेश करे कि सामान उसकी थीं ,अयोध्या यादव ने बताया कि एक झुठी शिकायत वह भी बगैर किसी सबूत के मुझे विगत 20 दिनों से मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है ,जबकि उक्त शिकायत करके स्वयं अभिषेक तिवारी पुलिस को बरगला रहा है ,मैं स्वयं चाहता हूँ कि सच्चाई जल्द सामने आये और जो गुनाहगार है उसे सजा मिले ।
अयोध्या यादव ने बताया कि इन 20 दिनो मे मेरे पास ऐसे ऐसे वाक्या सामने आये हैं कि एक बार सभी को प्रस्तुत करने पर कइयों के ऊपर प्रशासनिक गाज गिर सकता है इन सबूतों को मै जरूरत पड़ने पर माननीय न्यायालय में पेश करूँगा।
