हिमाकत तो देखिये कबाड़ी की न्यायालय तहसीलदार एवं कार्यपालिक दण्डाधिकारी रतनपुर  कार्यालय और वीआईपी रेस्टहाउस के सामने चलाने लगे कबाड़ बड़े पैमाने पर  …धर्म नगरी माँ महामाया के नगर में पुनः शुरू हुआ धंधा… किसके संरक्षण में ?

बिलासपुर/रतनपुर -विगत कई सालों से पुलिस अधीक्षक के पैनी नजर और चोरी चकारी न हो सके इस लिहाज से माँ महामाया की नगरी रतनपुर  में शहर में एक भी जगह कबाड़ का व्यवसाय को स्थानीय पुलिस ने खोलने की अनुमति नहीं दी  ,पर कुछ दिनों पूर्व न्यायालय तहसीलदार एवं कार्यपालिक दण्डाधिकारी रतनपुर  कार्यालय के सामने मुख्य मार्ग पर बड़े पैमाने पर कबाड़ का व्यवसाय शुरू कर दिया गया है ,


कुछ ही मीटर दूरी पर रतनपुर का सरकारी रेस्टहाउस
कुछ ही मीटर दूरी पर सरकारी रेस्टहाउस है यहाँ VIP सहित VVIP अधिकारी सहित  मंत्रियों का हमेशा आना जाना रहता है यहाँ कई बार प्रदेश के मुख्यमंत्री माँ महामाया के दर्शन के बाद रुकते हैं ,


मुख्य मार्ग होने की वजह से  दुर्घटना की संभावना
मुख्यमार्ग होने की वजह से सड़क से ही इनका लंबा चौड़ा कबाड़ फैला स्पस्ट नजर आता है दूसरी ओर कबाड़ का सामान लोडिंग अनलोडिंग होने के दौरान बड़ी बड़ी वाहनों को सड़क पर खड़ी करने से निकट भविष्य में बड़ी दुर्घटना होने की पूरी संभावना बनी हुई है  साथ ही न्यायालय तहसीलदार एवं कार्यपालिक दण्डाधिकारी रतनपुर  कार्यालय होने की वजह से कभी भी यहाँ निरीक्षण के लिए कलेक्टर ,एसडीएम आ सकते है जिसे नाकारा नही जा सकता है इन सब के बावजूद यहाँ कबाड़ का इतने बड़े पैमाने में व्यवसाय करना और इसे अनुमति देना समझ से परे हैं
क्या स्थानीय पुलिस को इसकी है इसकी जानकारी ?
क्या वास्तव मे इतने बड़े पैमाने  पर किये जा रहे तहसील कार्यालय के सामने इस कबाड़ दुकान की जानकारी रतनपुर पुलिस को नही है ।


देखना है कि जानकारी के बाद क्या
देखा जा रहा है कि पुलिस अधीक्षक के निर्देशो के बाद भी कबाड़ का व्यवसाय रतनपुर में पुनः स्थापित करने का प्रयास किया जा रहा है वही बताया जा रहा है कि उक्त कबाड़ व्यवसायी को बेखौफ चलाने का संरक्षण दिया गया है इसलिए उक्त कबाड़ी न्यायालय तहसीलदार एवं कार्यपालिक दण्डाधिकारी रतनपुर तहसील कार्यालय और सरकारी रेस्टहाउस जैसे संवेदनशील जगह को चुनकर प्रशासन को धत्ता दिखाते हुए कबाड़ का धंधा व्यापक स्तर पर कर रहा है।