बिलासपुर/प्रधान मंत्री आवास योजना में अभी तक सरपंच और सचिवो के द्वारा भ्रष्टाचार किया जाता रहा है लेकिन बैंक प्रबंधक के द्वारा गरीब ग्रामीण से किस्त के भुगतान के एवज में 10% कमीशन मांगे जाने का मामला प्रकाश में आया है।इसमें जय प्रकाश निवासी ने लिखित में आवेदन देते हुए शिकायत किया है कि वर्ष 2018 -19 में ग्रामीण प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास स्वीकृत हुआ था वही प्रथम किस्त मिलने पर आवास का निर्माण शुरू किया था और पीलिंथ लेबल तक आवास का कार्य कर चुका है इधर करोना महामारी के दौरान दूसरी किस्त  काफी देर से अब आई है इसमें इन्होंने शिकायत में बताया कि इनका खाता न. 1237104000106375 आई डी बी आई IDBI बैंक एस ई सी एल रोड़ सरकंडा शाखा में है और इसी खाते में प्रधानमंत्री आवास योजना के दूसरी क़िस्त 45000/-रुपये आ चुके हैं ये राशि आये लगभग 6माह हो चुके है

इस पर हितग्राही अपना राशि लेने कई बार बैंक के चक्कर लगा चुका है इसमें  बैंक के प्रबंधन के द्वारा कभी निर्माण कार्य का फोटो तो कभी आधार कार्ड तो कभी पंच सरपंच और विकास खंड से एन ओ सी के नाम से घुमाया गया ईसबसे परेशान होकर जब हितग्राही ने बैंक के ही एक अन्य कर्मचारी से बात किया तब इन्होने बैंक के प्रबंधक से अकेले में शाम को मिलने की सलाह दी और जब हितग्राही ने ठीक वैसा ही किया तब बैंक प्रबंधक ने जयप्रकाश से स्पस्ट रूप से 10℅कमीशन लगने की बात कही वही प्रबंधक ने यह भी बताया कि सभी को यह कमीशन देना पड़ता है यह बैंक खर्च है वही प्रबंधक ने कहा जब तक के कमीशन नही दोगे तो ऐसे ही चक्कर काटते रहोगे ,
           इस पर हितग्राही ने बैंक प्रबंधक के खिलाफ जिला कलेक्टर सहित प्रधानमंत्री ,मुख्यमंत्री,रिजर्व बैंक आफ इंडिया,मुख्य कार्यलय iDBI  बैंक समेत अनुसूचित जाति थाने में शिकायत की कापी भेज दिया है ऐसे में अब देखना होगा कि प्रधानमंत्री के महत्वाकांक्षी योजना के अंतर्गत आने वाले इस योजना को बदनाम करने वाले बैंक प्रबंधक के विरुद्ध किस तरह की कार्यवाही की जाती हैं।

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