दुःखद-सरगांव फैक्ट्री हादसा : 40 घंटे रेस्क्यू के बाद राखड़ के मलबे में दबे 3 मजदूरों के शव को  निकाला गया….

*मुंगेली जिले के रामबोड़ गांव के कुसुम स्मेल्टर्स पॉवर व स्पंज प्लांट के हादसा में फंसे लोगों को बचाने के लिए दो क्रेन से प्रयास किया जा रहा था। भारी- भरकम टैंक को क्रेन से उठाने के दौरान 4-6 बार क्रेन का बेल्ट टूट गए। बार-बार बेल्ट टूटने से उम्मीदें भी टूटती गई। खराब मैनेजमेंट के कारण साइलो टैंक को उठाने के लिए 31 घंटे से भी ज्यादा समय लग गया।

कुसुम स्मेल्टर्स पॉवर व स्पंज प्लांट के मजदूरों को सुरक्षित निकालने के लिए जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन ने दो क्रेन वाहन मंगवाए थे। इसके अलावा बुलडोजर वाहन भी थे। इस बीच क्रेन का वजन ज्यादा होने के कारण बेल्ट बार बार टूट रहा था।इसके बाद अफसरों ने टैंक को कटर मशीन से काटने के निर्देश दिए।भारी कोशिश के बाद क्रेन के जरिए साइलो (कंटेनर) को हटा लिया गया है। उप मुख्यमंत्री श्री अरुण घटना स्थल पर पहुंच चुके है। उन्होंने वस्तुस्थिति की जानकारी ली और आवश्यक दिशा निर्देश दिए*
घटना के संबंध में उपमुख्यमंत्री श्री अरुण साव  ने कहा कि हर तरह से प्रयास करके वजनी कंटेनर को हटा लिया गया है। अब आगे का रेस्क्यू कार्य आसानी से किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार परिजनों के साथ है और हर संभव मदद की जाएगी। उन्होंने कहा कि घटना के संबंध में फैक्ट्री एक्ट के अंतर्गत जांच की जा रही है। दोषियों के ऊपर कड़ीकार्रवाई की जाएगी।
जिला मुंगेली सरगांव में ग्राम पंचायत रामबोड़ स्थित कुसुम प्लांट में साइलो हटाने के पश्चात कलेक्टर श्री राहुल देव, एसपी  श्री भोजराम पटेल की उपस्थिति में जिला प्रशासन, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, की टीम द्वारा पूरी रात कठिन एवं चुनौतीपूर्ण रेस्क्यू ऑपरेशन किया गया। लगभग 40 घंटे चले इस ऑपरेशन में राखड़ के मलबे में फंसे 03 शव को निकाल लिया गया है। मृतकों में अवधेश कश्यप,, पिता निखादराम कश्यप निवासी तागा जांजगीर चांपा, प्रकाश यादव पिता, परदेशी यादव निवासी अकोली बलौदाबाजार, जयंत साहू पिता, काशीनाथ साहू निवासी जबड़ापारा सरकंडा बिलासपुर हैं। शव को पोस्टमार्टम के लिए बिलासपुर सिम्स भेजा गया है।

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