बिलासपुर तहसील में वर्षों से चल रहा दलालों के द्वारा फ़र्जी जाति प्रमाण पत्र  बनाने का गोरख धंधा …लाखों रुपये लेकर दिया जाता हैं फर्जी जाति, निवास ,आमदनी

बिलासपुर / प्रदेश में विष्णु देव सरकार का पूरा फोकस राजश्व मामले समेत विभागों में चल रहे फर्जी वाड़े और आमजनता को स्वच्छ सुशासन देने   देने पर लगा हुआ है पूरे प्रदेश में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री का सघन दौरा आम जनता की समस्याओं को निदान समेत भ्रष्टाचार पर कड़ा प्रहार प्रमुख रहा ।
दूसरी ओर वर्षों से चल रहे कुछ प्रमुख विभागों में आज भी  वह सब कुछ हो रहा है जो आमजनता को कटघरे में ला दे रहा है कुछ शासन के अतिमहत्वपूर्ण विभागों में वहाँ के कामकाज बिना दलालो के असंभव है इसका महत्वपूर्ण कारण उन दलालों को विभाग का प्रमुख अंग बना लिया गया है और ये दलाल बेख़ौफ़ लाखों रुपये लेकर फर्जी दस्तावेज बनाने में लगे हुए हैं ।


हाईकोर्ट समेत जिला कलेक्टर के  सख्ती के बावजूद भी तहसील कार्यालय में बैठे जिम्मेदार अधिकारियों के कान में जु तक नही रेंग रहा है यहाँ अधिकारियों के सह पर नही अधिकारियों के ही एक कार्यालय से जाति, आमदनी, निवास का प्रमाण पत्र दलाल के माध्यम से बनाया जा रहा है पुर खेल सुनियोजित तरीके से भू अर्जन शाखा से संचालित किया जा रहा है यहाँ बकायदा दलाल बेरोकटोक पूरा लेनदेन यही से कर रहा ,ख़ास तौर पर जाति प्रमाणपत्र बनाने के नाम पर लाखों रुपये लिया जा रहा है जो जाति, निवास,आमदनी कही से या अधिकारियों के सामने चप्पल घिसने के बाद भी नही बन रहा है वह  प्रमाण पत्र यंहा दलाल मन चाहे समय मे बना दे रहा है ख़ास जरूरत मंद जिसे जाति, निवास ,आमदनी की विशेष आवश्यकता है उनसे लाखों रुपये तक वसूली किया जा रहा है ।अब लाखों रुपये लेकर किस तरह का प्रमाण पत्र बनाया जा रहा है वह समझने की बात है।

प्रदेश में विष्णु देव सरकार के आने के बाद लोगों को काफी उम्मीदें थी कि अब भ्रष्टाचार में काफी हद तक लगाम लग जायेगा पर राजस्व विभाग के नुमाइंदों को किसी का डर भय नहीं है ,  हाईकोर्ट के निर्देश और कलेक्टर के सख्ती के बावजूद बिलासपुर तहसील कार्यालय में लूटखसोट थमने का नाम नही ले रहा है विभाग के कार्यालय से खुले आम दलालो के माध्यम से आम लोगों को लूटा जा रहा है आर टी ओ के बाद दूसरा दलाली का केंद तहसील कार्यालय बना हुआ था वह अब अव्वल स्थान पर है सभी मापदंड याने समस्त दस्तावेज होने के बावजूद मजाल है तहसील कार्यालय में सीधे तौर पर काम बन जाये ,बिना दलालों के कोई भी कार्य असम्भव है ,

देखा जा रहा है कि बिलासपुर तहसील कार्यालय में भ्रष्टाचार का बोलबाला है यहाँ हर कुछ संभव है यहाँ देखा गया था कि फर्जी सील साइन से जाति,निवास, आमदनी प्रमाण पत्र  बनाया जा रहा था ,इतना ही नहीं यहाँ शहर के जनप्रतिनिधियों ,पार्षदों के भी फ़र्जी जाति प्रमाणपत्र बना दिया गया था ,अखबारों में आये दिन फ़र्जी जाति प्रमाण पत्र के माध्यम से सरकारी नौकरी प्राप्त कर लेने की खबरें आती रहती है और लाखों रुपये देकर फ़र्जी प्रमाण पत्र बनवाने वालों पर कार्यवाही होता है पर इन दलालो को जो लाखों रुपये लूट कर फर्जी प्रमाण पत्र बना रहे है इनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं होता है ,वही भ्रष्टाचार को रोकने के लिए विभागों में सी सी टीवी कैमरा लगाने में अधिकारियों की कोई रुचि नहीं है वही दिखावे के लिए कुछ जगहों में कैमरा लगा दिया गया है जबकि पूरे तहसील कार्यालय में हर विभाग और बाहर कैमरा लगाने की मांग कई बार किया जा चुका है  ,इसमें केवल बिलासपुर तहसील कार्यालय को छोड़कर जिले के छोटे छोटे तहसीलों में कैमरा लगाया जा चुका है ,वही अब देखना है कि नये कलेक्टर के आने के बाद तहसील कार्यालय में चल रहे इस खेल पर क्या किया जाता हैं।

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