एसईसीएल (secl) बिलासपुर में जनसंपर्क में खबरों की खाना पूर्ति के नाम पर चल रहा बड़ा घपला…कही आर्थिक भ्रष्टाचार या कुछ और खेल तो नही ?
बिलासपुर/एसईसीएल(secl) बिलासपुर मुख्यालय में पिछले कुछ सालों से जनसम्पर्क विभाग में कुछ अलग ही तरह की भ्रष्टाचार चल रहा है ,यंहा खबरों के प्रचार प्रसार के नाम पर कुछ चुनिंदा शहर के पोर्टल में एक ही समय मे कई महीनों के एसईसीएल से संबंधित खबरों को एक साथ दर्जनों की संख्या में लगवाकर लिया जा रहा है अब इसके पीछे जनसंपर्क विभाग की क्या कहानी है ये तो जनसंपर्क अधिकारी जानते है या पोर्टल पर खबरों को एक साथ परोसने वाले पत्रकार बंधु ,
कही खबरों के फ़र्जी प्रसार प्रचार के नाम पर एसईसीएल के बड़े अधिकारियों को खुश करने का या फिर कुछ अलग ही तरह का घपला तो नही चल रहा है ,
कई महीनों के पुराने खबरों को पोर्टलो के माध्यम से गुपचुप तरीके से एक साथ फोटो और मेटर भेज कर अपने हिसाब से लगवाया जा रहा है ,
अब समझना होगा कि आखिर क्यों महीनों पुराने खबरों को जनसंपर्क अधिकारी को प्रकाशित करने की आवश्यकता पड़ रही है दूसरी ओर आखिर क्यों महीनों पुराने खबरों को पोर्टल संचालक प्रकाशित करके जनसंपर्क अधिकारी को खुश करने में लगे हुए हैं ।
प्रलोभन का खेल,
महीनों पुराने खबरों को प्रकाशित करने के लिए पोर्टल संचालकों को विज्ञापन देने का लालच दिया जाता हैं जिसमे संभव है कि कुछ पोर्टलो को इसके बदले विज्ञापन देकर उपकृत किया जाता हो,।

