आज से ठीक 1 वर्ष पूर्व विश्व हिंदू परिषद द्वारा मार्गदर्शित और महानगर बिलासपुर की टोली दवारा संचालित श्री राम रसोई की परिकल्पना बिलासपुर में की गई और उसको साकार होते 1 साल कब पूर्ण हो गए, पता ही नहीं चला।

चाहे होली हो या दिवाली 15 अगस्त हो या 26 जनवरी या फिर ठंडी, गर्मी या बरसता पानी, बिना रुके यह अपने लक्ष्य की ओर गतिमान है।
श्री राम रसोई में भूखे एवं जरूरतमंदों को मात्र 10 में गरमा गरम स्वादिष्ट और भरपेट भोजन जिसमें दाल, चावल सब्जी और अपार महानगर बिलासपुर के सेवा धारियों द्वारा परोस कर और उन्हें बैठा कर प्रेमपूर्वक खिलाया जाता है।
श्री राम रसोई पुराना बस स्टैंड के पास हनुमान मंदिर के बाहर प्रांगण में संचालित होता है जहां लगभग 300 लोगों को प्रतिदिन भोजन कराया जाता है और इसका समय दोपहर 12:00 से 2:00 बजे तक का है। पिछले 1 साल के अलराल में अब तक कुल 1,09,500 थाली भोजन लोगों को परोसा जा चुका है।
यहां पर लोग अपने जन्मदिन एनिवर्सरी, भोजन सेवा देकर बड़ी धूमधाम से मानते है। अपने अभीष्ट की पुण्यतिथि में भोजन की सेवा जरूरतमंदों को कराकर परलोकगमन वासियो को भी उनके परिजन तृप्ति दिलाते है।
श्री राम रसोई में तुलादान का भी बहुत अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है जहां लोग अपने अशुभ यहाँ की शांति हेतु अपने शरीर के वजन के बराबर का अन्न दान करके श्री राम रसोई को देते हैं।
श्री राम रसोई परिसर में साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाता है प्रतिदिन भोजन प्रारंभ होने से पहले पूरे परिसर की झाडू से सफाई की जाती है और सप्ताह में एक बार पूरे परिवार को पानी से और फिनायल से अच्छी तरह पीया जाता है।
प्रतिदिन श्री राम रसोई की सामग्री जिसमें फोल्डेबल कैनोपी टेबल चेयर एवं खाने की सामग्री को व्यवस्थित करने में 1 घंटे से अधिक का समय लगता है इसी प्रकार भोजन अवधि पूर्ण होने के उपरांत इसे फिर से व्यवस्थित रूप से अपनी जगह रखने में 45 मिनट का समय लगता है यदि आप 12:00 बजे से पहले और 3:00 बजे के बाद इस परिसर में आएंगे तो आपको पता लगाना मुश्किल होगा कि कौन सी जगह में राम रसोई संचालित होती है।
लोगों को भोजन करने के उपरांत असीम तृप्ति का अनुभव होता है इसी प्रकार यहां सेवा देने वाले सेवा धारियाँ भी निस्वार्थ भाव से सेवा के काम में जुटे रहते हैं यहां के सेवादारी किसी भी कार्य को छोटा या बड़ा नहीं मानते चाहे झाड़ू लगाना हो खाना परोस ना हो या फिर थाली धोना हो, किसी को भी किसी कार्य से परहेज नहीं।
भजन सेवा प्रारंभ करने से ठीक पहले प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ होता है और भोजन का भोग लगाया जाता है।
कहते है भोजन जब प्रसाद बन जाए तो उसे ग्रहण करने का मजा ही कुछ और होता है यहां के लोग भी भोजन को प्रसाद के रूप में पाते हैं
विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल द्वारा संचालित श्री राम रसोई के सेवा धारक इसकी सफलता का श्रेय अपने वरिष्ठ मार्गदर्शक और बिलासपुर के नागरिक के अतिरिक्त बाहर के लोगों को भी देते है उन सभी के स्नेह विश्वास और प्रेरणा के कारण या निरंतर कदम से कदम बढ़ाए जा रहा है। राम रसोई के सेवा को बिलासपुर ही नहीं, अपितु हमारे अपने भारत देश के साथ विदेशों में भी इसकी पहचान बन रही है, और इस प्रयास को बहुत सराहा जा रहा है।
उक्त जानकारी महानगर इकाई के अध्यक्ष राजीव अग्रवाल ने दी और बताया कि हमारी टोली में संयोजक के रूप में सिद्धार्थ गुप्ता जी उपाध्यक्ष के रूप में बचता तामकार और राजकुमार अग्रवाल जी के अतिरिक्त प्रतिदिन सेवा देने वाले में ओम अग्रवाल जी, श्रीमती पूनम अग्रवाल जी शिव शेषन अग्रवाल, सतीश अग्रवाल, पीयूष अग्रवाल, विनय गुप्ता, सकुसल रावावानी, जूही वर्मा, रानी साहू शामिल है।
