रतनपुर थाना के किये कार्यवाही को अनुचित  पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचा परिवार …जांच और उचित कार्यवाही की कर रहे मांग

बिलासपुर रतनपुर थानांतर्गत ग्राम परसदा के एक परिवार ने आज बिलासपुर पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आवेदन के माध्यम से बताया है कि महोदय
झूठे अवैध शराब विक्रय करने के नाम पर थाना रतनपुर के द्वारा गिरफ्तार कर जेल भेजे जाने की शिकायत पर उचित कार्यवाही किये जाने बाबत्।

आवेदकगण श्रीमती गौरी देवार, सुनील देवार, मनी भट्ट, शारदा भट्छ, पूर्णिमा भट्ट सभी निवासी ग्राम परसदा (पौसरा-लखराम) थाना रतनपुर जिला बिलासपुर छ०म०

महोदय,

सादर निवेदन है कि हम सभी ग्राम परसदा (पौसरा लखराम) थाना रतनपुर जिला बिलासपुर छ०म० के रहने वाले है। दिनांक 03.01.2024 के थाना रतनपुर के थाना प्रभारी आरक्षक सत्य प्रकाश यादव, नंदकुमार यादव, सैय्यद अकबर अली खान, एवं कुछ अन्य पुलिसकर्मी आये और आवेदकमणो के घर में जबरदस्ती घुसकर इधर-उधर, खोजबिन करने लगे, घर के महिला सदस्यों के द्वारा मना करने पर महिला सदस्यों के साथ गाली गलौच करने लगे, एवं कुछ देन तक कहा सुनी होने के बाद एवं पुलिस वालो को कुछ नहीं मिलने से पुलिस वाले तिममिलाकर इधर उधर करने लगे और आये आरक्षको के द्वारा पेंचास हजार रुपये की मांग करने लगे, नही तो वहां पर रखा हुआ कबाड़ खाली कबाड़ी शीशी को उठाकर झूठे मामले पर फंसा देने की धमकी देने लगे, खाली शीशी जो हम आवेदकगण कबाड बीनने का कार्य करते है और कबाड का रखा हुआ सामने वहीं पर था। इस प्रकार उन पुलिस वालो के द्वारा महिला सदस्यों के साथ बाल को पकडकर, मरोड़ दिया, जबकि उक्त महिला गर्भवती है, उसके साथ ऐसा हरकत किया गया जो कि अशोभनीय कृत्य के अंतर्गत आता है। अपने साथ लाये वाहन पर मनी भट्ट, शारदा भट्ट, एवं पूर्णिमा भट्ट को डण्डा हाथ मुक्का से मारते हुये अपने वाहन पर बैठाकर थाना ले गये। थाना में 24 घंटे बैठाकर रखे जाने के बाद झूठा अवैध शराब विक्रय कर प्रकरण बनाकर जेल भेज दिया। जेल भेजने के तीन दिन बाद आवेदकमण महिला लोग जमानत पर रिहा हुये है। गौरी बाई जो कि वर्तमान में गर्भवती है. उसके साथ भी धक्का मुक्की किया गया, जिससे उसके पेट पर बच्चे की अनहोनी होने की आशका है. यदि ऐसा होता है तो उसके समस्त दारी आये पुलिस कर्मीयो की होगी।

यह कि महोदय उक्त घटना से आवेदकगण काफी परेशान एवं भयभीत है, थाना को आदेशानुसार अवैध शराब विक्रय कर झूटा प्रकरण तैयार किया गया, क्योंकि उनके गांगे 50,000/-उनको नहीं दिया गया था। वर्तमान में सुनील देवार जेल में है। सुनील देवार जो कि विकलाग है, उनके साथ भी मारपीट किया गया है।

यह कि महोदय आवेदकगण कबाड़ बिनने का कार्य कर अपना एवं परिवार का परवरिश करते आ रहे है, घटना के चार से पाँच दिन पूर्व भी पैसे की मांग कर धमकी देकर चले गये थे, यदि पैसे नहीं दोगे तो किसी भी झूठे केस पर कसा देगे कहा गया और उसी के तरह उनके द्वारा झूठे केस पर फंसा दिया गया है। आवेदककगण सुनील देवार की रिहाई चाहते है।

पेन लीटर व अतः माननीय महोदय जी से निवेदन है कि थाना प्रभारी रतनपुर एवं घटना के समय आये पुलिस कर्मीयों के उपर उचित कानूनी कार्यवाही करते हुये सुनील देवार के रिहाई का आदेश प्रदान कराये जाने की कृपा करें।

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