सांस्कृतिक-साहित्यिक संस्था श्री साईनाथ फाउंडेशन व नृत्यधारा फाउंडेशन ने कार्यक्रम के नाम पर किया लाखो की वसूली …निजी लाभकारी कार्यक्रम में सरकारी सुविधाओं का लिये भरपूर लाभ
Bilaspur- पिछले दिनों रेल्वे स्थित न ई इंस्टिट्यूट ऑडिटोरियम में सांस्कृतिक-साहित्यिक संस्था श्री साईनाथ फाउंडेशन व नृत्यधारा फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय छत्तीसगढ़ संगीत नृत्य महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया. यहाँ कार्यक्रम मे संगीत व नृत्य की अनेक प्रस्तुतियों के लिये बिलासपुर सहित छत्तीसगढ़ राज्य के आसपास से राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर के बड़े बड़े नामी कलाकारों को बुलाकर सफल कार्यक्रम का आयोजन किया गया ,वही दो बड़ी सांस्कृतिक-साहित्यिक संस्था श्री साईनाथ फाउंडेशन व नृत्यधारा फाउंडेशन ने बड़े बड़े कलाकारो के नाम पर एस ई सी एल समेत दर्जनों संस्थाओं से लाखों रुपये की वसूली कर ली गई ,वही निजी लाभकारी कार्यक्रम में मुफ्त का कार्यक्रम स्थल समेत आये कलाकारों को लाखों रुपये वसूली के बावजूद बड़े होटल में न ठहराकर छत्तीसगढ़ भवन में ठहराया गया ,इस तरह निजी कार्यक्रम में शासकीय तंत्र का उपयोग करते हुए मोटी रकम बचा लिया गया , वही दो दिनों के आयोजित कार्यक्रम में दर्शकों के लिए पीने का पानी तक का व्यवस्था नही रहा , दूसरी ओर दो दिनों के कार्यक्रम को प्रचार प्रसार के लिए मीडिया का सहारा लिया गया इसमें संस्था के संचालक द्वारा बुलाकर बतौर पेड़ न्यूज़ और विज्ञापन लगाने कहा गया ,वही समापन के पश्चात भुगतान करना बोला गया ,वही समापन के पश्चात मीडिया कर्मियों के संपर्क करने पर छत्तीसगढ़ भवन में ठहराये कलाकारों को बिदाई के पश्चात स्वयं फोन करके भुगतान करना बोला गया किंतु आज एक सप्ताह होने के बावजूद भुगतान नहीं किया गया है वही
दर्जनों बार फोन में घुमाने के पश्चात अब विज्ञापन और कवरेज करने वाले मीडिया कर्मियों का फोन तक रिसीव नही किया जा रहा है ,
देखा जा रहा है कि निजी कार्यक्रम में एक तरफ शासकीय तंत्र को उपयोग वही लाखों रुपये प्रायोजकों से बड़े बड़े कलाकारो के नाम लाखों की वसूली के बावजूद प्रचार प्रसार करने वाले मीडिया कर्मियों को जिस तरह से फोन तक रिसीव नही किया जा रहा वास्तव में बड़ा दुर्भाग्य जनक है इससे आयोजकों की मानसिकता का अनुमान बडी आसानी से लगाया जा सकता है।
